What Does hindi story Mean?
What Does hindi story Mean?
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इमेज कैप्शन, मुंशी प्रेमचंद की कहानियां 'मानसरोवर' नामक संग्रह में प्रकाशित हुई हैं. ....में
बच्चा भी जोर जोर से चिल्ला रहा था। वह अपनी मां को पुकार रहा था। मां की करुणा आंसुओं में बह रही थी, किंतु बेबस थी।
यह किसी ऐसे फ़ेबल जैसी कहानी है जो हिंदी कहानी के इतिहास में हमेशा बनी रहेगी. इसे पढ़ते हुए आधुनिक-सभ्यता के उन पूर्व दार्शनिकों का कथन याद आता है : 'एवरीवन इज़ डिसीविंग दि अदर एंड एवरीवन इज़ डिसीव्ड बाय दि अदर.
नैतिक शिक्षा – दूसरों की भलाई करने से ख़ुशी मिलती है।
अपने दोनों हाथों में उठाकर आसमान में ले गई। उन्हें छोड़ दिया, वह धीरे-धीरे उड़ रही थी।
चारों तरफ से सियारों ने सुरसिंह को नोच-नोच कर जख्मी कर दिया था।
The novel delves into themes for instance gender inequality, social reform, and the quest for personal flexibility. This Hindi fiction e book is celebrated for its sensible portrayal of people and its social commentary. The narrative skillfully addresses the complexities of Indian Culture, shedding gentle over the oppression faced by Women of all ages and the necessity for social transformation.
इसे अभी कोई बड़ा पैराडाइम शिफ़्ट तो नहीं कह सकते, लेकिन किसी नए कथा-प्रस्थान की आहट ज़रूर सुनी जा सकती है.
नैतिक शिक्षा – दोस्त सुख-दुःख के साथी होते है। उनसे प्यार करना चाहिए कोई बात छुपाना नहीं चाहिए।
एक दिन सब से बड़ा भाई ने सावत्री को जानबूझकर एक छोटी सी रस्सी और छेद वाले घड़े में पानी लेने कुँए पर भेजा और समय पर न आने पर दंड देने की धमकी भी दी। कुँए पर पहुंच कर सावित्री रोने लगी। वहां एक सांप और मेंढक रहते थे जो सावित्री का रोआ सुन कर बहार आ गए.
नैतिक शिक्षा – मेहनत करने से कोई कार्य असम्भव नहीं होता।
सिंहराज को वहां आता देख, सियारों के प्राण सूख गए।
उसके शरीर का आधा हिस्सा हिंदुस्तान और आधा पाकिस्तान की सीमा में आता है.
Image: Courtesy Amazon Initial posted more info in 1927, this Hindi fiction guide is a poignant exploration of social problems and human thoughts in early 20th-century India. The story revolves within the protagonist, Nirmala, a young and innocent bride who turns into a sufferer of societal norms, customs, as well as prevailing patriarchy. Premchand skillfully weaves a narrative that delves into your severe realities confronted by Ladies in a very conservative Culture. Nirmala’s journey is marked by tragedy, as she navigates from the complexities of a dysfunctional marriage, societal anticipations, and also the challenges of remaining a woman in that period.